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| ॐ नमः शिवाय भोलेनाथ, भोलेनाथ |
| तेरी रचना है न्यारी, तू ही जाने त्रिपुरारी |
| साजी तूने रंगीली क़ायनात |
| भोलेनाथ, भोलेनाथ |
| सृष्टि बनाने वाला तू |
| हर मन को भाने वाला तू |
| साजे माथे पे चंदा, और जटाओं पे गंगा |
| रूप सुंदर, निराली सब से बात |
| भोलेनाथ, भोलेनाथ |
| काल महाकाल गंगाधर |
| शेषनागधारी ईश्वर |
| तुम्हें दिल में बसा कर |
| तेरे चरणों में आकर |
| यूं ही बना रहे साथ |
| भोलेनाथ, भोलेनाथ |
| चिंतन करूं मैं हर क्षण |
| तेरा ही पाऊं दरश्न |
| और चाहत ना कोय |
| ध्यान सिमरूं मैं तोहे |
| जीवन ये मांगे ख़ैरात |
| भोलेनाथ, भोलेनाथ |

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