http://jaidevmahadev.wordpress.com/कैसे भोले बाबा को मनाऊँ मैं, भोला माने ना माने
माथे का टीका इसके मन न भाये,
कोई भी टीका मेरे शंकर को ना भाये
चाँद कहाँ से लाऊँ मैं, भोला माने ना माने ।।
फूलों की माला इसके मनको ना भाये,
कोई भी माला मेरे शंकर को ना भाये,
नाग कहाँ से लाऊँ मै, भोला माने ना माने ।।
कोई भी साज उसके मन को ना भाये,
कोई भी साज मेरे शंकर को ना भाये,
डमरु कहाँ से लाऊँ मै, भोला माने ना माने ।।
कोई सवारी इसके मन को ना भाये,
कोई सवारी मेरे शंकर को ना भाये,
भेल कहाँ से लाऊँ मैं, भोला माने ना माने ।।
कोई भी पान उसके मन को ना भाये,
कोई भी पान मेरे शंकर को ना भाये,
भागं कहाँ से लाऊँ मै, भोला माने ना माने ।।
कोई भी शस्त्र उसके मन को ना भाये,
कोई भी शस्त्र मेरे शंकर को ना भाये,
त्रिशूल कहाँ से लाऊँ मैं, भोला माने ना माने ।।
कोई भी वस्त्र उसके मन को ना भाये,
कोई भी वस्त्र मेरे शंकर को ना भाये,
मृगशाला कहाँ से लाऊँ मै, भोला माने ना माने ।।
माथे का टीका इसके मन न भाये,
कोई भी टीका मेरे शंकर को ना भाये
चाँद कहाँ से लाऊँ मैं, भोला माने ना माने ।।
फूलों की माला इसके मनको ना भाये,
कोई भी माला मेरे शंकर को ना भाये,
नाग कहाँ से लाऊँ मै, भोला माने ना माने ।।
कोई भी साज उसके मन को ना भाये,
कोई भी साज मेरे शंकर को ना भाये,
डमरु कहाँ से लाऊँ मै, भोला माने ना माने ।।
कोई सवारी इसके मन को ना भाये,
कोई सवारी मेरे शंकर को ना भाये,
भेल कहाँ से लाऊँ मैं, भोला माने ना माने ।।
कोई भी पान उसके मन को ना भाये,
कोई भी पान मेरे शंकर को ना भाये,
भागं कहाँ से लाऊँ मै, भोला माने ना माने ।।
कोई भी शस्त्र उसके मन को ना भाये,
कोई भी शस्त्र मेरे शंकर को ना भाये,
त्रिशूल कहाँ से लाऊँ मैं, भोला माने ना माने ।।
कोई भी वस्त्र उसके मन को ना भाये,
कोई भी वस्त्र मेरे शंकर को ना भाये,
मृगशाला कहाँ से लाऊँ मै, भोला माने ना माने ।।
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