कर ऐसी इनायत भोलेनाथ तेरा शुक्र मनाना आ जाये, |
हम इन्सां हैं हमें इन्सानों की तरह प्यार निभाना आ जाये। |
तेरे कदम हमारी चौखट हैं, हम गिरते रहे तेरे कदमों में, |
पर ऐसी शक्ति दे हमें गिरतों को उठाना आ जाये। |
मुझे ये न मिला मुझे वो नमिला ये दिल ऐसे ही रोता है, |
तेरा प्यार ही मेरी दौलत हो ये दिल को समझाना आ जाये। |
ये तन मन धन तेरा मुझे फिर क्या चिंता, |
हम तेरे दीवाने हैं प्यारे हमें प्यार निभाना आ जाये। |
वो मस्त तुझी में रहते हैं जो तेरे दीवाने होते हैं, |
हम तेरे दीवाने बन जायें और सर को झुकाना आ जाये। |
बोलो के सुन्दर नक्शे पर हम रंग प्यार का भर पायें, |
तेरी हम पर कृपा हो हमें फूल चढाना आ जाये। |
Saturday, 21 June 2014
हम इन्सां हैं हमें इन्सानों की तरह प्यार निभाना आ जाये।
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