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| मैं तो हूँ भिखारी भोले तेरे द्वार का |
| टुटा हुआ फूल हूँ मैं तेरे हार का |
| मैं तो हूँ भिखारी भोले तेरे द्वार का |
| टुटा हुआ फूल हूँ मैं तेरे हार का |
| मैं तो हूँ भिखारी भोले तेरे द्वार का |
| बड़ी आस लेके दाता पास तेरे आया हूँ |
| हाल क्या सुनाऊं सारे जग का सताया हूँ |
| बड़ी आस लेके दाता पास तेरे आया हूँ |
| हाल क्या सुनाऊं सारे जग का सताया हूँ |
| भूखा हूँ मैं भूतनाथ तेरे प्यार का- |
| टुटा हुआ फूल हूँ मैं तेरे हार का |
| मैं तो हूँ भिखारी बाबा तेरे द्वार का – |
| टुटा हुआ फूल हूँ मैं तेरे हार का |
| मैं तो हूँ भिखारी भोले तेरे द्वार का |
| दानी कोई तेरे जैसा और नहीं दूजा है |
| इसीलिए घर – घर होती तेरी पूजा है |
| दानी कोई तेरे जैसा और नहीं दूजा है |
| इसीलिए घर – घर होती तेरी पूजा है |
| दुःख हरते हो दुखी-लाचार का- |
| टुटा हुआ फूल हूँ मैं तेरे हार का |
| मैं तो हूँ भिखारी बाबा तेरे द्वार का – |
| टुटा हुआ फूल हूँ मैं तेरे हार का |
| मैं तो हूँ भिखारी बाबा तेरे द्वार का |
| तुम्हारी हो किनारा और तुम्ही मझधार हो |
| नैया मेरी डूबे नहीं तुम्ही खेवनहार हो |
| तुम्हारी हो किनारा और तुम्ही मझधार हो |
| नैया मेरी डूबे नहीं तुम्ही खेवनहार हो |
| टूटे ना उम्मीद मेरे ऐतबार का- |
| टुटा हुआ फूल हूँ मैं तेरे हार का |
| मैं तो हूँ भिखारी बाबा तेरे द्वार का |
| टुटा हुआ फूल हूँ मैं तेरे हार का |
| मैं तो हूँ भिखारी बाबा तेरे द्वार का |
| आते हैं सवाली जो भी उनकी झोली भरते हो |
| किसी को भी खाली नहीं दर से टाल देते हो |
| आते हैं सवाली जो भी उनकी झोली भरते हो |
| किसी को भी खाली नहीं दर से टाल देते हो |
| मेरी भी झोली भर दो , सेवक आपका |
| टुटा हुआ फूल हूँ मैं तेरे हार का |
| मैं तो हूँ भिखारी भोले तेरे द्वार का |
| टुटा हुआ फूल हूँ मैं तेरे हार का |
| मैं तो हूँ भिखारी भोले तेरे द्वार का |
| टुटा हुआ फूल हूँ मैं तेरे हार का |
| टुटा हुआ फूल हूँ मैं तेरे हार का |

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