Saturday, 21 June 2014

मैं तो हूँ भिखारी भोले तेरे द्वार का

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मैं तो हूँ भिखारी भोले तेरे द्वार का
टुटा हुआ फूल हूँ मैं तेरे हार का
मैं तो हूँ भिखारी भोले तेरे द्वार का 
टुटा हुआ फूल हूँ मैं तेरे हार का
मैं तो हूँ भिखारी भोले तेरे द्वार का


 बड़ी आस लेके दाता पास तेरे आया हूँ
हाल क्या सुनाऊं सारे जग का सताया हूँ
बड़ी आस लेके दाता पास तेरे आया हूँ
हाल क्या सुनाऊं सारे जग का सताया हूँ
भूखा हूँ मैं भूतनाथ तेरे प्यार का-
टुटा हुआ फूल हूँ मैं तेरे हार का
मैं तो हूँ भिखारी बाबा तेरे द्वार का –
टुटा हुआ फूल हूँ मैं तेरे हार का
मैं तो हूँ भिखारी भोले तेरे द्वार का


 दानी कोई तेरे जैसा और नहीं दूजा है
इसीलिए घर – घर होती तेरी पूजा है
दानी कोई तेरे जैसा और नहीं दूजा है
इसीलिए घर – घर होती तेरी पूजा है
दुःख हरते हो दुखी-लाचार का- 
टुटा हुआ फूल हूँ मैं तेरे हार का
मैं तो हूँ भिखारी बाबा तेरे द्वार का – 
टुटा हुआ फूल हूँ मैं तेरे हार का
मैं तो हूँ भिखारी बाबा तेरे द्वार का


तुम्हारी हो किनारा और तुम्ही मझधार हो
नैया मेरी डूबे नहीं तुम्ही खेवनहार हो
तुम्हारी हो किनारा और तुम्ही मझधार हो
नैया मेरी डूबे नहीं तुम्ही खेवनहार हो
टूटे ना उम्मीद मेरे ऐतबार का-
टुटा हुआ फूल हूँ मैं तेरे हार का
मैं तो हूँ भिखारी बाबा तेरे द्वार का
टुटा हुआ फूल हूँ मैं तेरे हार का
मैं तो हूँ भिखारी बाबा तेरे द्वार का


आते हैं सवाली जो भी उनकी झोली भरते हो
किसी को भी खाली नहीं दर से टाल देते हो
आते हैं सवाली जो भी उनकी झोली भरते हो
किसी को भी खाली नहीं दर से टाल देते हो
मेरी भी झोली भर दो , सेवक आपका 
टुटा हुआ फूल हूँ मैं तेरे हार का
मैं तो हूँ भिखारी भोले तेरे द्वार का
टुटा हुआ फूल हूँ मैं तेरे हार का
मैं तो हूँ भिखारी भोले तेरे द्वार का 
टुटा हुआ फूल हूँ मैं तेरे हार का
टुटा हुआ फूल हूँ मैं तेरे हार का


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