| ll जय जय भोले भंडारी |
| करो कृपा हमपे भारी |
| तुम हो दया के भंडारी |
| करो कृपा हमपे भारी |
| जय जय भोले भंडारी ll |
| ll तुम हो दया और शक्ति शाली |
| करो कृपा हमपे भारी |
| जय जय भोले भंडारी |
| तुम भोले और महाकाली |
| जय जय भोले भंडारी |
| करो कृपा हमपे भlरी ll |
| ll तुम भोले नन्द बाबा की सवारी |
| तुम हो महाकाल जटा धारी |
| करो कृपा हमपे भारी |
| जय जय भोले भंडारी |
| तुम भोले जय माँ शेरा वाली |
| करो कृपा हमपे भारी |
| जय जय भोले भंडारी ll |
| IIतुम हो देवो के देव महादेव |
| दुष्टो के वध कारी |
| गले मै नाग देवता सर पर चाँद |
| जटा गंगा धIरी |
| जय जय भोले भंडारी |
| करो कृपा हमपे भारी ll |
| ll तुम धरती,तुम आसमा |
| तुम वायु , तुम पानी |
| करो कृपा हमपे भारी |
| जय जय भोले भंडारी ll |
| ll आपका छोटा भक्त चन्दन झा ll |
jaidevmahadevchandanjha
Tuesday, 1 July 2014
करो कृपा हमपे भारी
Saturday, 28 June 2014
आओ गुण गाये महाकाल की
| llतू ही तो है जग का दाता |
| तू ही तो है जग का विधाता ll |
| llतेरे ही तो है महिमा अकरम पार |
| और तूने ही तो है सम्हाला ll |
| llइस जग को ए मेरे विधाता |
| llबोलो जय महाकाल ll |
| ll तेरी ही तो है महिमा सlरे संसार मै |
| और तूने ही तो है बिगड़ी बनाई अपने भकतो की |
| ll जैजै महाकाल ll |
| ll तू ही तो है वो दाता जिसका है रूप बलबान ll |
| तू ही तो है वो दाता जिसका है रूप बलबान |
| ll और जिस जिस ने की है पूजा तेरी वो है धनमान ll |
| और जिस जिस ने की है पूजा तेरी वो है धनमान |
| ll क्योकि उनकी जुवा पर है तेरा नाम ll |
| क्योकि उनकी जुवा पर है तेरा नाम |
| ll इस लिए दुखो मै लेते है तेरा नाम ll |
| इस लिए दुखो मै लेते है तेरा नाम |
| ll अनेक है तेरे रूप ए महाकाल ll |
| अनेक है तेरे रूप ए महाकाल |
| ll जब आये कोई विपत्ति तेरे भकतो पर ll |
| जब आये कोई विपत्ति तेरे भकतो पर |
| ll कर तांडव तू दुस्टो का संगहार ll |
| कर तांडव तू दुस्टो का संगहार |
| ll और बनी रहे तेरी कृपा ll |
| और बनी रहे तेरी कृपा |
| ll और भकतो का बेड़ा पार ll |
| जय महाकाल ll |
| ll आपका छोटा भक्त चन्दन झा ll |
Saturday, 21 June 2014
जय जय शिव शंकर महेश्वरम
http://jaidevmahadev.wordpress.com/
| जय जय शिव शंकर महेश्वरम |
| जय शम्भू दिगम्वर भूतेश्वरम, |
| पशुपति त्रिपूरारी गंगाधाम |
| त्रियम्बकम उमा प्रानेश्वरम, |
| जय जय शिव शंकर महेश्वरम |
| जय शम्भू दिगम्वर भूतेश्वरम, |
| ऊँ नमः शिवायः ऊँ नमः शिवायः |
| ऊँ नमः शिवायः ऊँ नमः शिवायः |
| जय जय शिव शंकर महेश्वरम |
| जय शम्भू दिगम्वर भूतेश्वरम, |
| शशि शेखरम मुंड मालेश्वरम |
| कैलाश विहारी कपालेश्वरम, |
| नीलकंठ कन्डर्प लोकेश्वरम |
| आशुतोशम प्रभु बाल चन्द्रम धर्म, |
| ऊँ नमः शिवायः |
माथे का टीका इसके मन न भाये,
http://jaidevmahadev.wordpress.com/कैसे भोले बाबा को मनाऊँ मैं, भोला माने ना माने
माथे का टीका इसके मन न भाये,
कोई भी टीका मेरे शंकर को ना भाये
चाँद कहाँ से लाऊँ मैं, भोला माने ना माने ।।
फूलों की माला इसके मनको ना भाये,
कोई भी माला मेरे शंकर को ना भाये,
नाग कहाँ से लाऊँ मै, भोला माने ना माने ।।
कोई भी साज उसके मन को ना भाये,
कोई भी साज मेरे शंकर को ना भाये,
डमरु कहाँ से लाऊँ मै, भोला माने ना माने ।।
कोई सवारी इसके मन को ना भाये,
कोई सवारी मेरे शंकर को ना भाये,
भेल कहाँ से लाऊँ मैं, भोला माने ना माने ।।
कोई भी पान उसके मन को ना भाये,
कोई भी पान मेरे शंकर को ना भाये,
भागं कहाँ से लाऊँ मै, भोला माने ना माने ।।
कोई भी शस्त्र उसके मन को ना भाये,
कोई भी शस्त्र मेरे शंकर को ना भाये,
त्रिशूल कहाँ से लाऊँ मैं, भोला माने ना माने ।।
कोई भी वस्त्र उसके मन को ना भाये,
कोई भी वस्त्र मेरे शंकर को ना भाये,
मृगशाला कहाँ से लाऊँ मै, भोला माने ना माने ।।
माथे का टीका इसके मन न भाये,
कोई भी टीका मेरे शंकर को ना भाये
चाँद कहाँ से लाऊँ मैं, भोला माने ना माने ।।
फूलों की माला इसके मनको ना भाये,
कोई भी माला मेरे शंकर को ना भाये,
नाग कहाँ से लाऊँ मै, भोला माने ना माने ।।
कोई भी साज उसके मन को ना भाये,
कोई भी साज मेरे शंकर को ना भाये,
डमरु कहाँ से लाऊँ मै, भोला माने ना माने ।।
कोई सवारी इसके मन को ना भाये,
कोई सवारी मेरे शंकर को ना भाये,
भेल कहाँ से लाऊँ मैं, भोला माने ना माने ।।
कोई भी पान उसके मन को ना भाये,
कोई भी पान मेरे शंकर को ना भाये,
भागं कहाँ से लाऊँ मै, भोला माने ना माने ।।
कोई भी शस्त्र उसके मन को ना भाये,
कोई भी शस्त्र मेरे शंकर को ना भाये,
त्रिशूल कहाँ से लाऊँ मैं, भोला माने ना माने ।।
कोई भी वस्त्र उसके मन को ना भाये,
कोई भी वस्त्र मेरे शंकर को ना भाये,
मृगशाला कहाँ से लाऊँ मै, भोला माने ना माने ।।
आरती श्री बद्रीनाथ जी की
http://jaidevmahadev.wordpress.com/जय जय श्री बद्रीनाथ,
जयति योग ध्यानी || टेक ||
निर्गुण सगुण स्वरूप, मेधवर्ण अति अनूप |
सेवत चरण स्वरूप, ज्ञानी विज्ञानी | जय...
झलकत है शीश छत्र, छवि अनूप अति विचित्र |
बरनत पावन चरित्र, स्कुचत बरबानी | जय...
तिलक भाल अति विशाल,
गल में मणि मुक्त-माल |
प्रनत पल अति दयाल,
सेवक सुखदानी | जय....
कानन कुण्डल ललाम,
मूरति सुखमा की धाम |
सुमिरत हों सिद्धि काम,
कहत गुण बखानी | जय...
गावत गुण शंभु शेष,
इन्द्र चन्द्र अरु दिनेश |
विनवत श्यामा हमेश,
जोरी जुगल पानी | जय...
जयति योग ध्यानी || टेक ||
निर्गुण सगुण स्वरूप, मेधवर्ण अति अनूप |
सेवत चरण स्वरूप, ज्ञानी विज्ञानी | जय...
झलकत है शीश छत्र, छवि अनूप अति विचित्र |
बरनत पावन चरित्र, स्कुचत बरबानी | जय...
तिलक भाल अति विशाल,
गल में मणि मुक्त-माल |
प्रनत पल अति दयाल,
सेवक सुखदानी | जय....
कानन कुण्डल ललाम,
मूरति सुखमा की धाम |
सुमिरत हों सिद्धि काम,
कहत गुण बखानी | जय...
गावत गुण शंभु शेष,
इन्द्र चन्द्र अरु दिनेश |
विनवत श्यामा हमेश,
जोरी जुगल पानी | जय...
जय केदार उदार शंकर,
http://jaidevmahadev.wordpress.com/जय केदार उदार शंकर,
मन भयंकर दुःख हरम |
गौरी गणपति स्कन्द नन्दी,
श्री केदार नमाम्यहम् |
शैल सुन्दर अति हिमालय,
शुभ मन्दिर सुन्दरम |
निकट मन्दाकिनी सरस्वती,
जय केदार नमाम्यहम |
उदक कुण्ड है अधम पावन,
रेतस कुण्ड मनोहरम |
हंस कुण्ड समीप सुन्दर,
जय केदार नमाम्यहम |
अन्नपूरणा सह अर्पणा,
काल भैरव शोभितम |
पंच पाण्डव द्रोपदी सह,
जय केदार नमाम्यहम |
शिव दिगम्बर भस्मधारी,
अर्द्ध चन्द्र विभूषितम |
शीश गंगा कण्ठ फिणिपति,
जय केदार नमाम्यहम |
कर त्रिशूल विशाल डमरू,
ज्ञान गान विशारदम |
मझहेश्वर तुंग ईश्वर,
रुद कल्प महेश्वरम |
पंच धन्य विशाल आलय,
जय केदार नमाम्यहम |
नाथ पावन हे विशालम |
पुण्यप्रद हर दर्शनम |
जय केदार उदार शंकर,
पाप ताप नमाम्यहम ||
मन भयंकर दुःख हरम |
गौरी गणपति स्कन्द नन्दी,
श्री केदार नमाम्यहम् |
शैल सुन्दर अति हिमालय,
शुभ मन्दिर सुन्दरम |
निकट मन्दाकिनी सरस्वती,
जय केदार नमाम्यहम |
उदक कुण्ड है अधम पावन,
रेतस कुण्ड मनोहरम |
हंस कुण्ड समीप सुन्दर,
जय केदार नमाम्यहम |
अन्नपूरणा सह अर्पणा,
काल भैरव शोभितम |
पंच पाण्डव द्रोपदी सह,
जय केदार नमाम्यहम |
शिव दिगम्बर भस्मधारी,
अर्द्ध चन्द्र विभूषितम |
शीश गंगा कण्ठ फिणिपति,
जय केदार नमाम्यहम |
कर त्रिशूल विशाल डमरू,
ज्ञान गान विशारदम |
मझहेश्वर तुंग ईश्वर,
रुद कल्प महेश्वरम |
पंच धन्य विशाल आलय,
जय केदार नमाम्यहम |
नाथ पावन हे विशालम |
पुण्यप्रद हर दर्शनम |
जय केदार उदार शंकर,
पाप ताप नमाम्यहम ||
डम डम डम डम डमरू बाजे
http://jaidevmahadev.wordpress.com/डम डम डम डम डमरू बाजे
नंदीगन खड़े है जोड़े हाथ
भंग का रंग जमाए शंकर
विष्णु करे नृत्य देवन साथ
बम बम लहरी बम भोलेनाथ
बम बम लहरी बम भोले नाथ
गोरी का भी रूप खिल गया
तारो से सजी है रात
धरती पर भी धूम मची
शिव शक्ति का मिलन है आज
बम बम लहरी बम भोलेनाथ
बम बम लहरी बम भोले नाथ
रूप अनोखा अद्भूत ऐसा
नागो को लिये है साध
अंग भभूती, भाल चन्द्रमा
डमरू त्रिशूल, धरे दोउ हाथ
बम बम लहरी बम भोलेनाथ
नंदीगन खड़े है जोड़े हाथ
भंग का रंग जमाए शंकर
विष्णु करे नृत्य देवन साथ
बम बम लहरी बम भोलेनाथ
बम बम लहरी बम भोले नाथ
गोरी का भी रूप खिल गया
तारो से सजी है रात
धरती पर भी धूम मची
शिव शक्ति का मिलन है आज
बम बम लहरी बम भोलेनाथ
बम बम लहरी बम भोले नाथ
रूप अनोखा अद्भूत ऐसा
नागो को लिये है साध
अंग भभूती, भाल चन्द्रमा
डमरू त्रिशूल, धरे दोउ हाथ
बम बम लहरी बम भोलेनाथ
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